राजस्थान दिव्यांग सेवा समिति के संयोजक एवं संरक्षक गोपाल कृष्ण जी व्यास, अध्यक्ष निर्मल जी गहलोत, सचिव अरविंद जी जोशी तथा कोषाध्यक्ष सुधांशु जी टाक हैं ।
राजस्थान दिव्यांग सेवा समिति के अध्यक्ष निर्मल जी गहलोत के कुशल मार्गदर्शन में श्री कृष्ण स्वाध्याय केंद्र की स्थापना हुई। इस केन्द्र की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं-
- करीब आठ हजार वर्ग फीट में बनी इस लाइब्रेरी में 300 विद्यार्थी अध्ययन कर सकते हैं ।
- यह लाइब्रेरी ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट के आधार पर बनाई गई है ।
- लाइब्रेरी की छत पर सोलर पैनल लगाए गए हैं, जिससे बिजली खपत कम से कम हो।
- लाइब्रेरी में आने वालों के लिए 200 कंप्यूटर, मीटिंग रूम एवं कैफेटेरिया सहित अन्य हाईटेक सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई गई हैं ।
- इसके अलावा वीज़िटिंग फैकल्टी के लिए लेक्चररूम की व्यवस्था भी की गई है ।
- साथ ही, देश के अन्य शहरों के विशेषज्ञों की ऑनलाइन लाइव क्लासेस उपलब्ध कारवाई जा सके, ऐसी व्यवस्था भी की गई है ।
श्री कृष्ण स्वाध्याय केंद्र शिक्षा के क्षेत्र में दिव्यांग लोगों को सशक्त बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। दिव्यांग लोगों की प्रगति और विकास को ध्यान में रखते हुए इस केन्द्र की नींव रखी गई है। इस केंद्र के उद्देश्य निम्नलिखित हैं-
- यह केंद्र दिव्यांग लोगों के समावेशन, समान अवसर और समग्र विकास का समर्थन करता है।
- हम एक ऐसी दुनिया की कल्पना करते हैं, जहाँ दिव्यांगता से पीड़ित लोगों की जानकारी और ज्ञान तक समान पहुँच हो।
- हमें गर्व है कि हम एक बेहतर और प्रगतिशील समाज के निर्माण हेतु कार्य कर रहे हैं और दीर्घकालिक लाभ के लिए तत्काल लाभ से परे सामाजिक ज़िम्मेदारी के अपने दायरे को विस्तृत करने में लगे हुए हैं।
- हम आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय स्थिरता के बीच संतुलन बनाए रखने में विश्वास करते हैं।